ख्वाहिशों के शहर से
बाहर निकल ए दिल,
चल चलें वहाँ पर जहाँ हर
रिश्ता समझ में आता हो !!
उलझनें मीठी भी हो सकती हैं
जलेबी इस बात की ज़िंदा मिसाल है
'बुरा ना मानो होली है' कह कर...
मेरे पड़ोसी ने मुझ पर रंग फेंका था...
कल मैंने भी...
'बुरा ना मानो दिवाली है' कह कर...
उस पर बम फेंक दिया...!!
सारा मोहल्ला रात भर से मुझे ढूंढ़ रहा है...!!,. "Happy Diwali" advance me
पती बीवी से: हमारा बच्चा यही से बाहर आयेगा, है ना?
बिवी मुस्कुराते हुवे: हां, लेकीन तुम झाको मत, अभी नजर नही आयेगा, बहुत छोटा छेद है.”
पती:”यार, फिर भी देखने दे ना”,
पती ने छेद मे से झांका, पर कुछ नजर नही आया.
थोडी देर बाद स्कुल की घंटी बजी, और
मुन्ना बाहर आता है,
और पती और बिवी मुन्ने को लेके घर चले जाते है.
तात्पर्य – छेद दरवाजे मे था, लेकिन आपकी सोच को 21 तोपों की सलामी…
सोच बदलो, देश बदलेगा
अकेला मोदी, क्या कर लेगा.
आगे बढ़ने वाला व्यक्ति कभी
किसीको बाधा नहीं पहुंचाता
और
दूसरों को बाधा पहुंचाने वाला
व्यक्ति कभी आगे नहीं बढ़ता।
¸.•""•.¸
⛴"पूरे समुंद्र का पानी भी एक जहाज को नहीं डुबा सकता, जब तक पानी को जहाज अन्दर न आने दे।
वो रिश्ते बड़े प्यारे होते हैं
जिनमे न हक़ हो, न शक हो
न अपना हो, न पराया हो
न दूर हो , न पास हो
न जात हो, न ज़ज्बात हो
सिर्फ अपना पन का
एहसास ही एहसास हो।
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